प्रोजेक्ट लोन कैसे ले नया उद्योग लगाने के लिए | Project Loan Kaise Le Naya Udyog Lagane Ke Liye

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प्रोजेक्ट लोन कैसे लें नया उद्योग लगाने के लिए | Project Loan Kaise Le Naya Udyog Lagane Ke Liye

दोस्तों, अगर आपके पास एक बिजनेस आइडिया है पर आपके पास पैसे नहीं तो आप अपना बिजनेस प्रोजेक्ट लोन लेकर शुरू कर सकते हैं। प्रोजेक्ट लोन के लिए सबसे पहले आपके पास एक ऐसा बिजनेस आइडिया होना चाहिए जो मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित हो। यह मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस वह होनी चाहिए, जिस बिजनेस की जानकारी आपके पास अच्छी तरह हो, जितनी अच्छी आपकी जानकारी होगी उतने अच्छे से आप बैंक को बता पाएंगे और अपने उद्योग को अच्छे से चला पाएंगे। तो आज हम बात करेंगे Project loan के बारे में। जिसके द्वारा आप अपना नया उद्योग शुरू कर सकते हैं और इसमें भारत सरकार और बैंक आपकी मदत करेगी।

Table of Contents

प्रोजेक्ट लोन कैसे ले सकते हैं? (Project loan for new business)

भारत में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार आज कल project loan दे रही है जिसके द्वारा आप अपना खुद का उद्योग लगाने का सपना सच कर सकते हैं। जिसके लिए आपके पास किसी भी बिज़नेस का अनुभव होना चाहिए। जिसे आप अच्छी तरह चला सकें। आपको इसके लिए एक project report तैयार करनी होगी। आपके द्वारा लगाएं जाने वाले उद्योग से जुडी सारी जानकारी आपके पास होनी चाहिए। इस project report में उद्योग से जुड़ी सारी जानकारी होती है। जैसे उद्योग के लिए कितनी धन राशि की जरुरत होगी, और उद्योग से कितना मुनाफा होगा इससे सम्बंधित समस्त जानकारी होनी चाहिए। इसके बाद बैंक अपनी लोन की करवाई करता है और Project loan को पास करता है।

Project loan में भारत साकार और राज्य सरकार दोनों ही अलग अलग तरह की सब्सिडी प्रदान करती हैं। आपको सब्सिडी के लिए लोन उठाने से पहले आवेदन करना होता है। सब्सिडी सब्सिडी की जानकारी के लिए आप अपने राज्य के उद्योग विभाग में संपर्क कर सकते हैं। क्योंकि राज्य की और से मिलने वाली सब्सिडी सभी राज्यों में अलग अलग है।

प्रोजेक्ट लोन लेने के लिए क्या डाक्यूमेंट्स चाहिए? (Documents Required for Project Loan)

प्रोजेक्ट लोन लेने के लिए कुछ दस्तावेज आपके चाहिए। जिनके आधार पर बैंक आपको लोन देगा। आपको प्रोजेक्ट लोन के लिए आपके पास ये डाक्यूमेंट्स चाहिए।

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • बिजली का बिल (घर और फैक्ट्री का)
  • GST रजिस्ट्रेशन (फर्म कर)
  • इनकम प्रूफ (इनकम टैक्स रिटर्न)
  • बैंक स्टेटमेंट (12 माह का)
  • प्रॉपर्टी पेपर्स (जिस पर आप फैक्टी लगाना चाहते हैं
  • प्रोजेक्ट रिपोर्ट (CA बनायेगा)
  • CMA Data (CA बनायेगा)
  • प्रमोटर प्रोफाइल (बिजनेस हिस्ट्री)
  • फोटो पासपोर्ट साइज

प्रोजेक्ट लोन लेने का क्या प्रोसेस है? (Project loan ka kya process hai)

प्रोजेक्ट लोन आपको कई टुकड़ों में मिलता है। इसके कई भाग होते ही। जैसे जैसे आपकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (factory) तैयार होती चली जायेगी वैसे वैसे आपका लोन के पैसे रिलीज होते रहेगा। वैसे ये हर बैंक का अलग अलग होता है। पर ज्यादातर पेमेंट इस प्रकार ही होता है। हर बैंक की LTV (आपको कितना परसेंट लोन मिलेगा) अलग अलग होती है।

  • पहले आपको जमीन खरीदने के लिए पैसा मिलेगा।
  • दूसरे भाग में बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन व मशीन खरीदने की लिए पेमेंट होगा।
  • तीसरे चरण में आपको कच्चा माल़ खरीदने के लिए।
  • चौथे चरण में फैक्ट्री सभी कार्यों को रनिंग में लाने के लिए CC limit मिलती है। जिसे हम वर्किंग कैपिटल भी

अब आपकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (factory) पूरी तरह चालू हो चुकी है।

प्रोजेक्ट लोन लेने की क्या योग्यताएं हैं? (Project loan ke liye kya yogyata honi chahiye)

  • आप भारतीय नागरिक होने चाहिए।
  • आपकी उम्र 22 से 60 वर्ष की होनी चाहिए।
  • आपके पास बिजनेस का अनुभव होना चाहिए।
  • आपके पास परमानेंट एड्रेस प्रूफ होना चाहिए।
  • आपके पास कम से कम प्रोजेक्ट वैल्यू का 25 प्रतिषद पैसा होना चाहिए। इसका मतलब है अगर आपका प्रोजेक्ट 1 करोड़ों का है तो आपके पास 25 लाख रुपए होने चाहिए।

प्रोजेक्ट लोन कितने समय के ले सकते है? (Project loan kitne samay ke le sakte hai)

प्रोजेक्ट लोन 5 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक मिलता है पर चाय पर बैंक 7 साल का पर प्रोजेक्ट लोन देती है। इसकी अवधि आपके प्रोजेक्ट पर निर्धारित करती है।

प्रोजेक्ट लोन कौन कौन से बैंक देता है? (Project loan koun koun se bank dete hai)

प्रोजेक्ट लोन भारत की अधिकांश बैंक देती है जिनके नाम इस प्रकार है।

सरकारी बैंक जो प्रोजेक्ट लोन देते हैं: (Sarkari bank jo project loan dete hai)

  • एसबीआई बैंक (Sbi Bank)
  • बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda)
  • बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India)
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया Union Bank of India)
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra)
  • इंडियन बैंक (Indian Bank)
  • सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India)
  • यूको बैंक (UCO Bank)
  • सिडबी (Sidbi)

प्राइवेट बैंक जो प्रोजेक्ट लोन देते हैं: (Private bank jo project loan dete hai)

  • एचएडीएफसी बैंक (HDFC Bank)
  • आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
  • कोटक महिन्द्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank)
  • एक्सिस बैंक (Axis Bank)
  • आईडीएफसी बैंक (IDBI Bank)
  • फेडरल बैंक (Federal Bank)
  • येस बैंक (Yes Bank)
  • इंडसइनलैंड बैंक (IndusInd land Bank)
  • एयू स्मॉल बैंक (Au Bank)
  • सिटी यूनियन बैंक (City Union Bank)

प्रोजेक्ट लोन की ब्याज दर क्या है? – Project loan ki byaj dar kya hai

प्रोजेक्ट लोन की ब्याज दर सभी बैंक की अलग अलग होती है। आमतौर पर प्रोजेक्ट लोन की  ब्याज 7.50% से 8.50% तक होती है। यह आपके सिबिल स्कोर और आपकी प्रोफाइल पर निर्भर करती है। क्योंकि बैंक के पास अपना एक सॉफ्टवेयर होता है। जो बैंकों हर कस्टमर की रेटिंग देता है। और इसी रेटिंग पर आप के लोन की ब्याज दर फाइनल होती है। जिसमें आपकी सारी इनफार्मेशन डाली जाती है। जैसे कि :

  • आपको बिजनेस का कितना साल का अनुभव है।
  • आप कितना स्टॉक मेंटेन करते हैं।
  • आप सालाना कितना प्रोडक्शन करते हैं
  • आपकी क्वालिफिकेशन क्या है।
  • आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू क्या है।
  • आपकी नेटवर्क क्या है।

इसमें आपका कमर्शियल सिबिल स्कोर का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। जो आपकी फर्म के नाम और जीएसटी नंबर के आधार पर निकलता है। इसका भी रेटिंग में महत्वपूर्ण रोल होता है।प्रोजेक्ट लोन में आपको वर्किंग कैपिटल भी मिलती है जो एक सीसी अकाउंट होता है। आपके बिजनेस में जो भी लेन-देन होता है वह इसी अकाउंट के जरिए होता है। जिससे बैंक को पता लगता रहता है आप कितने माल की खरीद बेच कर रहे हैं।

क्योंकि प्रोजेक्ट लोन दो भाग में मिलता है।दोनों की ब्याज दर अलग-अलग होती है। पहले भाग को टर्म लोन मिलता है, जो जमीन खरीदने, मशीन खरीदने और बिल्डिंग बनाने के लिए मिलता है। टर्न लोन की किस्त आती है। जिसकी ब्याज 7% से 8% तक होती है। दूसरे भाग को वर्किंग कैपिटल कहते हैं। जो बिजनेस को चलाने के लिए मिलती है। जैसे कि कच्चा माल खरीदते, उसे तैयार करने और बेचने के लिए। वर्किंग कैपिटल की ब्याज दर 9.50% से 10.50% होती है। वर्किंग कैपिटल जिसे हम सीसी लिमिट भी कहते हैं। इसमें केवल ब्याज ही जमा होता है। जितनी वर्किंग कैपिटल हम काम में लेते हैं, उसी पर ब्याज लगता है।

सरकारी योजना में प्रोजेक्ट लोन पर सबसे अधिक सब्सिडी कौन सी योजना में है? – Highest subsidy loan scheme in india

सरकारी योजना में प्रोजेक्ट लोन में सबसे अधिक सब्सिडी देने वाला लोन PMEGP लोन है। जिसमें अधिकतम छूट 35% है, जो की SC, ST, OBC, अल्पसंख्यकों, औरत , भूतपूर्व सैनिक , विपरीतलिंगी , निःशक्तजन , NER, आकांक्षी जिले , पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्र (जैसा कि सरकार द्वारा अधिसूचित किया गया है) मिलती है। जिसके लिए उद्योग का ग्रामीण क्षेत्र में होना आवश्यक है। PMEGP लोन अधिकतम 50 लाख रूपये का होता है।

How apply MSME loan for New Business! Project loan for new business ! Practical Working for New Loan

अन्य पड़ें :

FAQ’s : Project Loan for New Business

प्रोजेक्ट लोन क्या होता है?

प्रोजेक्ट लोन भविष्य की किसी भी योजना के लिए दिया जाता है। यह लोन नए बिज़नेस, उद्योग, सरकारी योजना व अन्य के लिए दिया जाता है। प्रोजेक्ट लोन की सहता से आप अपना आया उद्योग लगा सकते है।

सरकारी योजना में प्रोजेक्ट लोन पर सबसे अधिक सब्सिडी कौन सी योजना में है?

सरकारी योजना में प्रोजेक्ट लोन में सबसे अधिक सब्सिडी देने वाला लोन PMEGP लोन है। जिसमें अधिकतम छूट 35% है, जो की SC, ST, OBC, अल्पसंख्यकों, औरत , भूतपूर्व सैनिक , विपरीतलिंगी , निःशक्तजन , NER, आकांक्षी जिले , पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्र (जैसा कि सरकार द्वारा अधिसूचित किया गया है) मिलती है।। जिसके लिए उद्योग का ग्रामीण क्षेत्र में होना आवश्यक है। PMEGP लोन अधिकतम 50 लाख रूपये का होता है। इसमें लोन का खाता अलग और सब्सिडी का खाता अलग से खुलता है। सब्सिडी का खाता 3 वर्ष की अवधि तक लॉक रहता है। 3 वर्ष के बाद आप अपनी सब्सिडी का पैसा काम में ले सकते हैं।

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